पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने उत्तराखंड सरकार के 50 हजार आवासहीन परिवारों को राशन वितरण योजना पर सवाल दागे। उन्होंने कहा कि सरकार ने राशन वितरण का जिम्मा एक बाहरी चहेती एजेंसी को देकर हजारों महिलाओं के सपनों को लूट लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के खाने के दांत कुछ और, दिखाने के कुछ और हैं।इंटरनेट मीडिया पर अपनी पोस्ट में हरीश रावत ने कहा कि उनकी पिछली सरकार ने टेक होम राशन योजना में राज्य की हजारों महिलाओं को जोड़ा था। इससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा था। उन्होंने कहा कि यह कदम किसी ने भी उठाया हो, लेकिन इसका दोष मुख्यमंत्री के ही सिर पर आता है। उन्होंने कहा कि एक ओर मुख्यमंत्री ने तीलू रौतेली पुरस्कार देकर महिलाओं को सम्मानित किया, दूसरी ओर यह कदम भी उठाया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस संबंध में किए गए टेंडर को रद करने की मांग की।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह से पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उनके देहरादून आगमन पर शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान दोनों के बीच संगठनात्मक दृष्टि से भाजपा को और मजबूत बनाने और राजनीतिक विषयों पर चर्चा हुई। इससे पहले सोमवार को काशीपुर की महापौर ऊषा चौधरी ने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से नेहरू कालोनी स्थित कार्यालय में मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने काशीपुर नगर निगम में चल रहे विकास कार्यों एवं योजनाओं के बारे में जानकारी दी।पूर्व मुख्यमंत्री ने महापौर से काशीपुर में पीपल, वट व बरगद का पौधारोपण करने का आह्वान किया। पूर्व मुख्यमंत्री ने विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन के निदेशक शौर्य डोभाल से डिफेंस कालोनी स्थित आवास पर मुलाकात की। इस दौरान केंद्र सरकार की अर्थ नीति एवं उसके सामाजिक आॢथक परिणामों तथा चुनौतियों के संबंध में बातचीत हुई। साथ ही चुनावों को देखते हुए उत्तराखंड के परिपेक्ष्य में राजनीतिक चर्चा भी हुई।