घटना बेरीनाग के मनेत तोक गांव की है। शुक्रवार को रात 8 बजकर 20 मिनट पर हेमा कार्की अपने तीन साल के बच्चे नैतिक को गोद में लिए नीचे कमरे में जा रही थी। हेमा के एक हाथ में दूध का ग्लास था। हेमा ने आंगन में बिजली का स्विच बंद किया ही था कि तभी गुलदार की शक्ल में दबे पांव आई मौत ने मां की गोद से उसके लाडले को छीन लिया।अचानक हुए हमले से हेमा सिहर गई। हेमा की चीख सुन परिजन और गांव वाले दौड़कर मौके पर पहुंचे और गुलदार का पीछा किया। ग्रामीणों का शोर सुनकर गुलदार बच्चे को छोड़कर भाग गया, पर तब तक नैतिक की सांसें थम चुकी थीं, गुलदार ने बच्चे की गर्दन पर वार किया था। मासूम की लाश घर से 250 मीटर दूर पड़ी मिली। बच्चे की मौत के बाद परिवार में कोहराम मचा है। मां खुद को कोस रही है, खुद को बच्चे की मौत का जिम्मेदार ठहरा रही है। गांव में मातम पसरा है। लोगों ने इस घटना के लिए वन विभाग को जिम्मेदार बताया, उन्होंने कहा कि इलाके में नरभक्षी गुलदार सक्रिय है, पर कई बार शिकायत करने के बाद भी वन विभाग वाले गुलदार को पकड़ने के लिए इंतजाम नहीं कर रहे। वहीं ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए वन विभाग ने गांव में पिंजरा लगा दिया है।
पिथौरागढ़ : 3 साल के मासूम बच्ची को गुलदार ने बनाया निवाला
