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वीरता, युद्ध कौशल व नेतृत्व क्षमता का परिचय देकर सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर सपूत निर्मलजीत सिंह सेखों सदैव युवाओं को प्रेरित करेगी

परमवीर चक्र विजेता निर्मलजीत सिंह सेखों का जन्म 17 जुलाई 1943 को लुधियाना के इसेवाल गांव में हुआ था। सेखों जब 14 दिसंबर 1971 को शहीद हुए तो वह केवल 28 साल के थे और उनकी कुछ ही समय पहले शादी हुई थी। भारतीय वायु सेना ने 1971 के युद्द 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में सितंबर 2021 में उनके गांव के स्कूल में मूर्ति का अनावरण किया। जहां पर उन्होंने अपनी पढ़ाई की थी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वीरता, युद्ध कौशल व नेतृत्व क्षमता का परिचय देकर सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर सपूत निर्मलजीत सिंह सेखों की गौरव गाथा सदैव युवाओं को राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करेगी जय हिन्द।

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