कोरोना संक्रमण की रोकथाम के प्रतिबंध के बीच नए साल के स्वागत को दूनवासी तैयार हैं तो मसूरी, ऋषिकेश और चकराता जैसे पर्यटक स्थलों में देशभर के पर्यटक पहुंच चुके हैं। नए साल के स्वागत का जश्न थर्टी फर्स्ट (31 दिसंबर) नाइट से ही शुरू हो जाता है और रात के 12 बजते ही एक-दूसरे को शुभकामनाएं दी जाती हैं। इसी के अनुरूप तमाम होटल, रेस्तरां में थर्टी फर्स्ट नाइट की पार्टी की तैयारी जोरों पर है, मगर इस दफा हालात जुदा हैं।ओमिक्रोन की दस्तक के बाद प्रदेश में रात्रि कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। जो रात 11 बजे से सुबह पांच बजे तक प्रभावी है। हालांकि, पुलिस और प्रशासन सख्ती दिखाकर साल की शुरुआत खराब करने के मूड में नहीं हैं। लिहाजा, जिलाधिकारी ने जनता से अपील की है कि जो भी लोग थर्टी फर्स्ट नाइट की पार्टी में भाग ले रहे हैं, वह स्वत: ही नियमों का पालन करें।
साल की शुरुआत को देखते हुए प्रशासन व पुलिस के अधिकारी अभी भी वेट एंड वाच (प्रतीक्षा और निगरानी) की स्थिति में हैं। जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार का कहना है कि पुलिस ने नए साल में भीड़ को देखते हुए यातायात प्लान तैयार किया है। सभी चेकपोस्ट पर निरंतर निगरानी की जा रही है। देहरादून जिले के पर्यटक स्थलों में जो भी पर्यटक पहुंच रहे हैं, वह नियमों का पालन करें।अगर जनता स्वयं नियमों का पालन करेगी तो प्रशासन या पुलिस को सख्ती दिखाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। प्रशासन भी नहीं चाहता है कि किसी पर्यटक पर कार्रवाई की जाए, क्योंकि हर व्यक्ति नए साल पर अच्छे अनुभव साथ रखना चाहता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि स्थानीय नागरिकों समेत दूसरे राज्यों के पर्यटक भी रात्रि कर्फ्यू के नियमों का पालन करेंगे और एहतियात के साथ नए साल के स्वागत का जश्न मनाएंगे।