भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि प्रदेश में राज्य आंदोलनकारियों के चिह्नीकरण का कार्य आज भी चल रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि 31 दिसंबर तक हर हाल में यह कार्य पूरा होगा। उन्होंने कांग्रेस को भी निशाने पर लिया और कहा कि कांग्रेस हमेशा से राज्य और आंदोलनकारियों के मामले में राजनीति करती आई है। कौशिक, मंगलवार को राज्य स्थापना दिवस पर प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित गोष्ठी व सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे।कौशिक ने कहा कि कांग्रेस को आत्ममंथन करने की जरूरत है। पहली निर्वाचित सरकार कांग्रेस की रही, लेकिन उसने आंदोलनकरियों की सुध नहीं ली। वर्ष 2007 में भाजपा के सत्ता में आने पर आंदोलनकारियों की समस्याओं के निदान और पेंशन, मेडिकल, परिवहन की सुविधा समेत कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इसके बाद कांग्रेस ने आंदोलनकारियों से जुड़े विषय ठंडे बस्ते में डाल दिया।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार शहीदों के सपनों के अनुरूप राज्य को आगे बढ़ा रही है। वर्ष 2025 में उतराखंड देश के अग्रणी राज्यों में एक होगा। सरकार वर्ष 2030 तक के रोडमैप पर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा की वर्ष 2022 में बड़ी जीत और युवा मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य तेजी से विकास की राह पर होगा।राज्य आंदोलनकारी महेश्वर बहुगुणा ने कहा कि आज राज्य सही दिशा में आगे बढ़ रहा है और आंदोलनकारियों के सपने साकार होते दिख रहे हैं। आंदोलनकारी सरिता गौड़ ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए कहा कि वाजपेयी ने ही उत्तराखंड राज्य दिया।
इस अवसर पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने राज्य आंदोलनकारियों को सम्मानित भी किया। जिन्हें सम्मानित किया गया, उनमें राजकुमार कक्कड़, मनीराम गोदियाल, विजय थापा, हरीश डोरा, महेश्वर बहुगुणा, राकेश मचकोला, राजीव तलवार, सरिता गौड़, उषा नेगी, वीरा काला, सुभाष बड़थ्वाल, उर्मिला शर्मा, जयंती पटवाल, सविता ध्यानी, विमला नेगी, शारदा, वसुधा, सरिता डोभाल आदि शामिल थे। संचालन प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने किया। कार्यक्रम में प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय, विधायक विनोद चमोली, प्रदेश महामंत्री सुरेश भट्ट, प्रदेश कार्यालय सचिव कौस्तुभानंद जोशी, प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान, प्रवक्ता विनय गोयल, बिपिन कैंथोला, नवीन ठाकुर, शादाब शम्स आदि उपस्थित थे।