रंग-विरंगे फूलों की महक के बीच राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने मंगलवार को राजभवन में दो दिवसीय वसंतोत्सव का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में पुष्प उत्पादन आर्थिकी को मजबूत करने का बड़ा स्रोत हो सकता है। राज्य की अनुकूल जलवायु और नैसर्गिक सौंदर्य पर अनेक प्रजाति के फूल चार चांद लगाते हैं। इस बार वसंतोत्सव का आयोजन लोकपर्व फुलदेई के साथ किया गया।इस मौके पर राज्यपाल ने डाक विभाग की ओर से इस वर्ष के लिए चयनित यमुना तुलसी पर डाक एवं तार विभाग की ओर से जारी किए गए डाक टिकट का विमोचन किया। यमुना तुलसी एक बहुवर्षीय सुगंधित पौधा है, जिसकी ऊंचाई लगभग डेढ़ मीटर होती है। इस पौधे को यमुनोत्री धाम में देवी यमुना को अर्पित किया जाता है। इस दौरान राज्यपाल ने विभिन्न प्रतिभागियों की ओर से लगाई गई पुष्प प्रदर्शनी का अवलोकन किया। राज्यपाल ने पेंटिंग प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले दिव्यांग एवं विशेष बच्चों को जूट बैग व कैप वितरित किए।
राज्यपाल ने कहा कि यह उत्सव आमजन को प्रकृति से जुडऩे का संदेश भी देता है। जनमानस को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। इस मौके पर राज्यपाल के सचिव डा. रंजीत कुमार सिन्हा, उद्यान सचिव डा. मीनाक्षी सुंदरम, अपर सचिव स्वाति भदौरिया, उद्यान निदेशक डा. एसएस बवेजा आदि मौजूद रहे। वहीं, शाम को आयोजित सांस्कृतिक संध्या में कलाकारों ने स्थानीय बोलियों में हरियाली से संबंधित गीत व भजन प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में राज्यपाल की पत्नी गुरमीत कौर आदि मौजूद रहे।
वसंतोत्सव में पहली बार प्रदेश के हर जिले से बेकरी उत्पादों का स्टाल लगाया गया। इसके अलावा खाने योग्य फूलों को भी पहली बार प्रतियोगिता में शामिल किया गया है। इस दौरान गमलों की प्रतियोगिता को भी आकर्षण का केंद्र रही।वसंतोत्सव में गोरखा राइफल के जवानों ने पारंपरिक खुंखरी नृत्य किया। इस दौरान आइटीबीपी व पीएससी के बैंड आकर्षण का केंद्र रहे। साथ ही पारंपरिक परिधानों में सजे लोककलाकारों ने भी शानदार प्रस्तुतियां दी।राजभवन में करीब एक किलोमीटर के दायरे में फैली पुष्प प्रदर्शनी में सैंकड़ों प्रजातियों के आकर्षक फूलों की वाटिका को सजाया गया है। यह पुष्प वाटिका आगंतुकों को बरबस आकर्षित कर रही हैं। यहां हर आयु वर्ग के व्यक्ति फोटो खींचने और सेल्फी लेते देखे जा सकते हैं। कई पहाड़ी ललीज व्यंजन भी वसंतोत्सव की सैर करने वालों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।