पोस्ट ग्रेजुएशन की योग्यता हासिल करना चाह रहे एमबीबीएस चिकित्सकों अच्छी खबर है। दून मेडिकल कालेज में एमडी-एमएस के विकल्प अब बढ़ गए हैं। कालेज को अलग-अलग विषयों की 14 सीट की मान्यता मिल गई है। गत वर्ष कालेज में पीजी की 17 सीट थी, जिनकी संख्या अब बढ़कर 31 हो गई है। इनमें इसी सत्र प्रवेश दिया जाएगा।दून व दून महिला अस्पताल को करीब छह साल पहले मेडिकल कालेज में तब्दील किया गया था। एमबीबीएस की 150 सीट के साथ कालेज की शुरुआत हुई। इसी के साथ यहां सुविधाएं व संसाधन भी बढ़ते रहे। ऐसे में बीते साल यहां नान क्लीनिकल में एनाटामी, फीजियोलाजी समेत कुछ विषयों में पीजी पीजी भी शुरू हुई। लेकिन, क्लीनिकल विषयों का विकल्प नहीं था।
कालेज के प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना के अनुसार क्लीनिकल विषय में पीजी शुरू होने से युवाओं के लिए विकल्प बढ़े हैं। भविष्य में विशेषज्ञ चिकित्सकों की संख्या में भी इजाफा होगा। उन्होंने बताया कि छह विषयों में 14 सीट की मान्यता मिल गई है। इसके अलावा मेडिसिन की चार सीट की मान्यता अभी लंबित है। मेडिसिन की मान्यता को लेकर कालेज प्रबंधन अपील में गया है। उम्मीद है कि इसकी मान्यता भी मिल जाएगी। जिसके बाद कालेज में पीजी की 35 सीट हो जाएंगी।दून मेडिकल कालेज में एमबीबीएस की भी सीट बढ़ सकती है। अभी यहां एमबीबीएस की 175 सीट हैं, जिसे बढ़ाकर 200 किया जाना है। मेडिकल कालेज की ओर से प्रस्ताव नेशनल मेडिकल कमीशन को भेज दिया गया है। प्राचार्य के अनुसार कालेज में फैकल्टी व अन्य संसाधन पर्याप्त हैं। ऐसे में एमबीबीएस की सीट बढ़ोत्तरी में कोई दिक्कत नहीं आएगी। उम्मीद है कि अगले सत्र से कालेज एमबीबीएस की 200 सीट पर दाखिला करेगा।