



धारचूला विधायक धामी ने छोड़ा प्रदेश सचिव पद कांग्रेस की नई प्रदेश कमेटी के सामने आते ही कांग्रेस के अंदर का विवाद सतह पर आ गया। कांग्रेस के धारचूला विधायक हरीश धामी ने सोमवार को पार्टी मुख्यालय पहुंचकर प्रदेश सचिव के पद से त्यागपत्र दे दिया। धामी ने नेता प्रतिपक्ष पर भी निशाना साधा और कहा कि उनका अपमान हुआ है। हरीश धामी दोपहर बाद कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे। कांग्रेस भवन में उस समय नई कमेटी को लेकर बहस का दौर जारी था। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह वहां मौजूद नहीं थे। धामी ने कांग्रेस कार्यालय में प्रदेश सचिव पद का इस्तीफा सौंपा। धामी का कहना था कि विधायक होने के बावजूद उन्हें प्रदेश सचिव बनाया गया।
नाराज धामी ने इस मामले को नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश को भी निशाने पर लिया। कांग्रेस की नई कार्यकारिणी घोषित होने के बाद हरीश धामी की नाराजगी से पार्टी में एक और भूचाल खड़ा हो सकता है। सोमवार को धामी नेता प्रतिपक्ष पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष विधायकों के समर्थन पर नेता प्रतिपक्ष हैं। जल्द ही उनके साथ कई विधायक कांग्रेस आलाकमान के पास जाकर अपनी नाराजगी जताएंगे।हालांकि उन्होंने विधायकों का नाम नहीं लिया, लेकिन नेता प्रतिपक्ष के खिलाफ उनके बगावती तेवरों ने एक और भूचाल की आशंका खड़ी कर दी है।
इसके अलावा कांग्रेस नेता राजकुमार वालिया के आवास पर हुई बैठक में भी नई कार्यकारिणी को लेकर विरोध जताया गया। इस बैठक में किशोर उपाध्याय और जोत सिंह बिष्ट समेत कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता शामिल थे। धामी की नाराजगी इतनी ज्यादा थी कि वे कांग्रेस छोड़ने तक की बात कह बैठे। हालांकि, बाद में पूछे जाने पर धामी ने कहा कि उन्होंने प्रदेश सचिव पद से इस्तीफा दिया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष से बात करने के बाद कोई फैसला करेंगे। उधर, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने मामले को और उलझा दिया। प्रीतम ने कहा कि उन्होंने जो सूची हाईकमान को सौंपी थी, उसमें छेड़छाड़ हुई है।