एनआइओएस से डीएलएड (डिप्लोमा इन एलीमेंटरी एजुकेशन) प्रशिक्षितों की प्राथमिक शिक्षकों की मौजूदा भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने की मुराद पूरी नहीं हुई, लेकिन आगे होने वाली नई भर्ती प्रक्रिया में उन्हें मौका दिया जाएगा। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने इस संबंध में विभाग को निर्देश दिए हैं।एनसीटीई ने बीती छह जनवरी को एनआइओएस के डीएलएड पाठ्यक्रम को मान्यता देते हुए राज्य सरकारों को भी इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए थे। इसके बाद शासन ने भी एनआइओएस डीएलएड प्रशिक्षितों को प्राथमिक शिक्षकों की मौजूदा भर्ती प्रक्रिया में शामिल करने पर मंथन किया, लेकिन बाद में विभाग को इस मामले में बैकफुट पर जाना पड़ा। दरअसल, एनसीटीई ने जब तक आदेश जारी किए, उत्तराखंड में प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पुरानी नियमावली के मुताबिक प्रारंभ की जा चुकी थी।
एनआइओएस प्रशिक्षितों को राहत देने को नियमावली में संशोधन किया तो गया, लेकिन यह नई भर्ती प्रक्रिया से ही लागू हो सकेगा। दरअसल प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पर बीते सितंबर माह में रोक लगने के बाद शासन ने इस संबंध में न्याय विभाग और महाधिवक्ता से भी मशविरा किया था। महाधिवक्ता ने भी शासन को पुरानी व्यवस्था के मुताबिक ही भर्ती प्रक्रिया जारी रखने का सुझाव दिया। इसके बाद सरकार ने आदेश जारी कर दिए।एनआइओएस डीएलएड प्रशिक्षित प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में मौका नहीं मिलने से मायूस हैं। प्रशिक्षित अपनी मांगों को लेकर सरकार पर दबाव बनाने का सिलसिला जारी रखे हुए हैं। प्रशिक्षितों की ओर से अपनी मांग को लेकर विभिन्न स्तरों के बाद शिक्षा मंत्री के दर पर भी दस्तक दी गई। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने कहा कि मौजूदा भर्ती प्रक्रिया के बीच में नई व्यवस्था लागू नहीं की जा सकती। इसका भर्ती प्रक्रिया पर विपरीत असर पड़ेगा। उन्होंने विभाग को नई भर्ती प्रक्रिया में एनआइओएस प्रशिक्षितों को भी शामिल करने के निर्देश दिए हैं।