



उत्तराखंड हल्द्वानी में हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर एक युवक की मौत हो गई जिसकी तइकिकात के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बेहद गंभीरता से जाँच के आदेश लिया है। उन्होंने सचिव ऊर्जा राधिका झा को पूरे मामले की जांच के आदेश दिए और जिम्मेदार व लापरवाह अफसरों पर कार्रवाई करने को कहा। मुख्यमंत्री के आदेश पर सचिव ने जांच बैठा दी है।
सचिव ऊर्जा राधिका झा के मुताबिक, मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद सीनियर स्तर के अधिकारी मुख्य अभियंता एमएल प्रसाद को जांच अधिकारी नामित कर उनसे रिपोर्ट मांगी गई है। प्रसाद मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गए हैं। अधिशासी अभियंता ग्रामीण अमित आनंद की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय जांच कमेटी की प्रथम दृष्टया रिपोर्ट में एसएसओ की लापरवाही प्रतीत हुई है।
फाइनल रिपोर्ट मिलने पर इस घटना के लिए जिम्मेदार लापरवाह अफसर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि घटना की पुनरावृत्ति रोकने के लिए निचले स्तर के तकनीकी अधिकारियों को तकनीकी रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा। घटना में मृतक आश्रित को तत्काल चार लाख मुआवजा दिया जा रहा है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से भी सहायता की कोशिश की जाएगी।
33 केवी ट्रांसफार्मरों का प्रोटेक्शन ऑडिट होगा
आपको बता दें की टेडी पुलिया हाइडिल गेट बारीखत्ता निवासी कमल रावत (29) पुत्र एमएस रावत मंगल पड़ाव स्थित एक क्लीनिक में कंपाउंडर था। शुक्रवार को कमल साइकिल से ड्यूटी पर जा रहा था। सुबह करीब नौ बजे कमल जैसे हां हाइटेंशन लाइन काही वॉक मॉल के पास पहुंचा तभी व तार टूटने से उसकी चपेट में आ गया और करंट से झुलसकर कमल की मौके पर ही मौत हो गई।