



कोरोना वायरस पर प्रदेश सरकार के हाई अलर्ट के बावजूद जनरल ओबीसी कर्मचारी बड़ी तादाद में परेड ग्राउंड पहुंचकर धरना दे रहे हैं। प्रमोशन में आरक्षण के विरोध में जारी बेमियादी हड़ताल में शामिल कई कर्मचारी मुंह पर मास्क लगाकर धरना कार्यक्रम में शामिल हुए।इस दौरान उत्तराखंड जनरल ओबीसी इंप्लाइज एसोसिएशन की ओर से कर्मचारियों को मास्क और सेेनिटाइजर का वितरण भी किया गया। मंगलवार को कर्मी अपने परिवार के साथ धरना देंगे। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत प्रशासन ने धरना स्थल के गेट पर ताला लगा दिया था। लेकिन कर्मचारी गेट के किनारे खुले स्थान से होकर धरना स्थल पर में दाखिल हुए और शाम पांच बजे तक धरना दिया। इस दौरान संदीप मोहन चमोला की अध्यक्षता में आयोजित सभा में कर्मचारी नेताओं ने प्रदेश सरकार की चुप्पी पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने सरकार पर हठधर्मिता का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि सरकार को कोरोना वायरस को लेकर इतनी ही चिंता है तो वह उन्हें हड़ताल पर जाने को क्यों मजबूर कर रही है? सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद सरकार को तत्काल प्रमोशन से रोक हटा देनी चाहिए थी। राजनीतिक कारणों से सरकार कर्मचारियों को शिकार बना रही है।उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक सरकार प्रमोशन पर लगी रोक नहीं हटाएगी, तो हड़ताल जारी रहेगी। सभा को आशुतोष सेमवाल मिनिस्टीरियल फेडरेशन मुकेश बहुगुणा, मुकेश ध्यानी, हीरा सिंह बसेड़ा, शंकर दत्त पाठक, जेपी मैखुरी, जगमोहन सिंह नेगी, यशवंत रावत, पूर्णानंद नौटियाल, बनवारी सिंह रावत, शक्ति प्रसाद भट्ट, प्रेम प्रकाश शैली, देवेंद्र सिंह असवाल, प्रदीप पपनै, बीके धस्माना ने संबोधित किया।