उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की चपेट में आने वालों की तुलना में ठीक होने वाले मरीजों की रफ्तार धीमी है। लगातार सक्रिय मरीज बढ़ने से अस्पतालों में इलाज का दबाव बढ़ रहा है।
हालांकि सरकार ने निजी अस्पतालों को भी कोरोना संक्रमितों का इलाज करने की अनुमति दी है और इलाज की दरें तय की है। लेकिन आइसोलेशन बेड का एक दिन का कम से कम आठ हजार रुपये की दर से इलाज करना आम मरीज की जेब पर भारी पड़ेगा।
प्रदेश में सैंपल जांच बढ़ने के साथ ही कोरोना मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। इसकी तुलना में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या कम है। बीते सात दिनों में प्रदेश में कोरोना के 4637 मरीज मिले और 2913 मरीज ठीक हुए हैं