मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा है कि हरिद्वार महाकुम्भ 2021, दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक और आध्यात्मिक मेला होगा. वैश्विक स्तर के इस मेले में दुनिया भर के देशों से करोड़ों श्रद्धालु आएंगे इसलिए इसमें किसी भी स्तर पर कोई लापरवाही क्षम्य नहीं होगी. सीएम ने 2021 में हरिद्वार में होने वाले महाकुम्भ की तैयारियों में तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि महाकुम्भ की व्यवस्थाएं, इसकी दिव्यता और भव्यता के अनुरूप हों. देश-विदेश से आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए हर आवश्यक सुविधा जुटाई जाए. सुरक्षा में किसी तरह की चूक की गुंजाइश नहीं रहनी चाहिए. इसके लिए भीड़ प्रबंधन की जो भी प्लानिंग की जाए, उसे बार-बार परख भी लिया जाए.
कुंभ मेलाधिकारी रोज़ करें निरीक्षण
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह स्वयं महाकुम्भ की तैयारियों पर नजर रख रहे हैं. समय-समय पर तैयारियों के स्थलीय निरीक्षण के साथ इसकी समीक्षा भी करते रहेंगे. उन्होंने शासन स्तर पर भी महाकुम्भ की तैयारियों की नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कुम्भ मेलाधिकारी को दैनिक तौर पर तैयारियों का स्थलीय निरीक्षण करने को कहा और निर्देश दिए कि शासन स्तर से किसी भी तरह की आवश्यकता होने पर तत्काल अवगत कराया जाए. महाकुम्भ की तैयारियों में संत महात्माओं का मार्गदर्शन लेना सुनिश्चित किया जाए.
मुख्यमंत्री ने कहा है कि स्थाई प्रकृति के काम अक्टूबर 2020 तक पूरे कर लिए जाएं. इनमें समयबद्धता और गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए. सीएम ने कहा कि इस वैश्विक मेले में बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालु, राज्य के दूसरे पर्यटन स्थलों में भी जा सकते हैं. इसलिए कुम्भ मेले के दौरान लोगों को प्रदेश के पर्यटन स्थलों की जानकारी देने के लिए पर्यटन सूचना केंद्र स्थापित किए जाएं. तमाम तरह की सुविधाएं विकसित करने में आधुनिकतम तकनीक का प्रयोग किया जाए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन में तैनात किए जाने वाले पुलिसकर्मियों का व्यवहार कुशल होना जरूरी है. सुरक्षा के लिए हर आवश्यक व्यवस्था समय से कर ली जाए. रेलवे व निकटवर्ती दूसरे राज्यों के अधिकारियों से समन्वय रखा जाए.
स्नान घाटों सहित पूरे कुम्भ क्षेत्र में सफ़ाई की पूरी व्यवस्था रहे. श्रद्धालुओं के लिए स्वास्थ्य, पेयजल, पार्किंग, आवास व शौचालय की सम्पूर्ण सुविधा रहनी चाहिए.