राजनीति का अखाड़ा बन चुके छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के शिलापट में रात के समय एक और बदलाव किया गया है। कांग्रेसी विधायक हाजी फुरकान अहमद का नाम भी शिलापट पर अंकित कर दिया गया है। माना जा रहा है कि सीएम के कार्यक्रम में किसी तरह का विघ्न ना पड़े इसके चलते हैं बदलाव किया गया है।पांच सितंबर को रुड़की गणेशपुर पुल पर छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण किया गया था। इस दौरान कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिस्वरानंद ने प्रतिमा का अनावरण किया शिलापट पर तब झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल का नाम ना होने पर उनके प्रतिनिधि एवं नामित पार्षद सतीश शर्मा ने जमकर हंगामा किया था। जिलाध्यक्ष को भी जमकर खरी-खोटी सुनाई थी। पुलिस ने हंगामा कर रहे हैं कार्यकर्त्ताओं को किसी तरह से मंच से बाहर कर दिया था। इसी बीच नगर निगम ने अगले दिन दूसरा शिलापट लगा दिया। जिसमें भाजपा के तीनों विधायक प्रदीप बत्रा, देशराज कर्णवाल और कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन का नाम लिखा गया था।
इसके बाद कांग्रेसियों ने हंगामा शुरू कर दिया था। उनका आरोप था कि भाजपा लोकतांत्रिक परंपराओं को तोड़ रही है। रुड़की नगर निगम क्षेत्र चार विधानसभाओं से मिलकर बना है, जिसमें कांग्रेसी विधायक हाजी फुरकान अहमद की विधानसभा का क्षेत्र भी आता है। विधायक का नाम ना होने पर कांग्रेसियों ने मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने का ऐलान किया था। मामला बढ़ता देख रहा तो रात में शिलापट पर कलियर विधायक हाजी फुरकान अहमद का भी नाम लिख दिया गया। माना जा रहा है कि अब शिलापट पर नाम को लेकर चल रही राजनीति का अंत हो जाएगा।इस मामले में नगर निगम की जमकर किरकिरी हुई है। हालांकि नगर आयुक्त नूपुर वर्मा का कहना है कि इस मामले में अवर अभियंता से स्पष्टीकरण मांगा गया है। यह मामला इंटरनेट मीडिया पर भी छाया हुआ है।