



नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में देश भर में हो रहे उग्र प्रदर्शन से हिल्सक्वीन शिमला सहित पूरे हिमाचल में पर्यटन कारोबार प्रभावित होने की आशंका है। तनावपूर्ण माहौल के कारण क्रिसमस और न्यू ईयर से पहले एडवांस बुकिंग में कमी आई है। एक हफ्ते पहले जहां रोजाना होटलों के पांच से सात कमरे बुक हो रहे थे, अब यह आंकड़ा इक्का-दुक्का रह गया है।
जिन लोगों ने एडवांस बुकिंग कराई है, वे भी फोन कर पूछ रहे हैं – हिमाचल में क्या शांति है, कहीं तोड़ फोड़ या आगजनी तो नहीं हो रही। तनावपूर्ण माहौल के चलते सैलानी साल के अंत में बनाए घूमने-फिरने के कार्यक्रम को जनवरी-फरवरी के लिए टाल रहे हैं। पर्यटन कारोबारियों को डर सता रहा है कि अगर आने वाले दिनों में विवाद शांत नहीं हुआ तो बुकिंग रद्द होनी शुरू हो जाएगी।
होटलियर एसोसिएशन शिमला के उपाध्यक्ष प्रिंस कुकरेजा ने बताया कि सीएए के विरोध में चल रहे प्रदर्शनों की वजह से क्रिसमस और न्यू ईयर के लिए होने वाली एडवांस बुकिंग में कमी आई है। दिल्ली होकर शिमला आने वाले सैलानी असमंजस में हैं। ट्रेवल एजेंट एसोसिएशन शिमला के महासचिव मनु सूद ने बताया कि देश भर में हो रहे विरोध प्रदर्शनों के कारण सैलानी फोन पर यहां के माहौल को लेकर पूछताछ कर रहे हैं। एडवांस बुकिंग करवा चुके सैलानियों के भी फोन आ रहे हैं।
पर्यटन कारोबारियों को समय पूर्व हुई बर्फबारी से सूबे में बढ़िया विंटर टूरिस्ट सीजन गुजरने की उम्मीद बंधी थी। दिसंबर माह के दौरान प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जमकर बर्फबारी हुई है। हिल्सक्वीन शिमला में वीकेंड पर 90 फीसदी ऑक्यूपेंसी चल रही है। हफ्ते के अन्य दिनों में भी 70 फीसदी तक ऑक्यूपेंसी है। हालांकि, वीकेंड में अधिकतर सैलानी चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा से शिमला पहुंच रहे हैं।