कांग्रेस में विधानसभा चुनाव के लिए टिकट पाने को ‘एक अनार 100 बीमार’ की स्थिति होने वाली है। नैनीताल जिले की पांच विधानसभा सीटों के लिए पहले चरण में ही 29 लोगों ने दावेदारी पेश कर दी है। इसमें चार पूर्व विधायक शामिल हैं। अच्छी बात ये है कि नौ महिलाओं ने भी विधानसभा जाने के लिए टिकट की दावेदारी की है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से लोकसभा नैनीताल क्षेत्र के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त राजेन्द्र यादव ने शुक्रवार को स्वराज आश्रम में विधानसभा चुनाव के लिए टिकट के दावेदारों से एक-एक बात की। कोई खुद पहुंचा तो किसी ने अपने प्रतिनिधि को भेजकर टिकट की चाह बयां की। सबसे अधिक नौ नाम कालाढूंगी विधानसभा से सामने आए हैं। लालकुआं से सात व भीमताल से छह लोगों ने अपने दावेदारी पेश की है।
निवर्तमान विधायक स्व. डा. इंदिरा हृदयेश का गढ़ रही व कुमाऊं की सबसे हाट सीट मानी जाने वाली हल्द्वानी से पांच नेताओं ने खुद का नाम आगे किया है। सबसे कम दो नाम नैनीताल सीट से आगे आए हैं। खास बात ये है कि नैनीताल से दावेदारी करने वाले संजीव व सरिता दोनों ही पूर्व विधायक रहे हैं। रामनगर सीट से नाम पौड़ी विधानसभा क्षेत्र के साथ मांगे जाने हैं। दावेदारों की बाढ़ में संभावित डैमेज कंट्रोल को रोकना कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती होगी।