विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश भाजपा ने अपना वार रूम सक्रिय कर दिया है। केंद्रीय मंत्री एवं प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रल्हाद जोशी ने स्वयं इसकी कमान संभाली है। प्रतिदिन करीब 18 घंटे सक्रिय रहने वाले वार रूम से चुनावी रणनीति को धरातल पर उतारने को उठाए जा रहे कदमों पर नजर तो रखी ही जा रही है, बदली परिस्थितियों के हिसाब से रणनीति में परिवर्तन के मद्देनजर चुनाव प्रबंधन समिति के विभागों के साथ ही विधानसभा क्षेत्र स्तर तक से जानकारी ली जा रही है। टिकट बटवारे में कमजोर प्रदर्शन वाले विधायकों को साध नए दावेदारों को मौका देने की चुनौती से पार पाने को भी माथापच्ची चल रही है। यही नहीं, चुनाव प्रभारी प्रतिदिन रात आठ से मध्यरात्रि बाद एक बजे तक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक समेत पार्टी के अन्य नेताओं के साथ दिनभर के फीडबैक को लेकर समीक्षा कर रहे हैं।विधानसभा चुनाव की घोषणा के तुरंत बाद से ही भाजपा के वार रूम ने काम करना शुरू कर दिया था, लेकिन अब इसे प्रतिदिन 18 घंटे सक्रिय किया गया है। चुनाव प्रबंधन के महारथी माने जाने वाले भाजपा के प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रल्हाद जोशी ने वार रूम की कमान अपने हाथ में लेने के साथ पार्टी पदाधिकारियों को मोर्चे पर लगाया है। अलग-अलग जिम्मेदारियां संभाले प्रांतीय पदाधिकारी प्रतिदिन सुबह सात बजे से ही सक्रिय हो जा रहे हैं।
पार्टी सूत्रों के अनुसार वार रूम की तय कार्ययोजना के अनुसार सुबह सबसे पहले बूथ स्तर के कार्यकर्त्ताओं से फोन पर बात की जाती है। इसके माध्यम से उनकी क्षेत्र में सक्रियता आदि का सत्यापन करने के साथ ही फीडबैक भी लिया जाता है। इसके बाद प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में केंद्र एवं राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित व्यक्तियों व परिवारों से बात का क्रम शुरू होता है। फिर पार्टी संगठन की सूचनाओं व कार्यक्रमों के संबंध में बूथ स्तर तक के कार्यकर्त्ताओं को जानकारी भेजी जा रही है।पार्टी पदाधिकारी प्रदेश कार्यालय में बैठ कर जिला व मंडल इकाइयों के साथ ही विधानसभा क्षेत्र स्तर पर तैनात प्रभारियों, संयोजकों, प्रवासी कार्यकर्त्ताओं, विस्तारकों आदि से फीडबैक लेते हैं। साथ ही कार्यकत्र्ताओं को विशेष टिप्स भी निरंतर दिए जा रहे हैं। यदि किसी क्षेत्र में कहीं कोई नाराजगी के सुर सामने आने की बात आती है तो तत्काल राजनीतिक आपदा प्रबंधन के लिए वरिष्ठ कार्यकर्त्ताओं को लगाया जा रहा है।
वार रूम की प्रत्येक गतिविधि पर चुनाव प्रभारी जोशी निरंतर नजर बनाए रहते हैं। इस क्रम में वह डालनवाला स्थित निवास या फिर प्रदेश कार्यालय में समीक्षा करते हैं। दिन का वक्त उन्होंने कार्यकर्त्ताओं से मुलाकात के लिए निर्धारित किया है। इस दौरान वह जिलों व विधानसभा क्षेत्रों में चल रही तैयारियों और टिकट के दावेदारों के बारे में फीडबैक लेते हैं। बीते दिवस ही उन्होंने जिलाध्यक्षों, पूर्व अध्यक्षों व पूर्व विधायकों से रायशुमारी की थी। इस तरह का क्रम निरंतर बना हुआ है। वह जिला इकाइयों, विभिन्न मोर्चों व प्रकोष्ठों को सक्रिय कर उन्हें चुनाव में जीत के टिप्स दे रहे हैं।भाजपा के सामने टिकट बटवारे की भी बड़ी चुनौती है। इसमें कमजोर प्रदर्शन करने वाले विधायकों को साधकर नए दावेदारों को मौका दिया जाना है। इसके लिए पार्टी को माथापच्ची करनी पड़ रही है। प्रदेश चुनाव प्रभारी जोशी भी इन दिनों इस कसरत में जुटे हैं, ताकि सभी को साधकर प्रत्याशियों का चयन हो और कही किसी तरह की नाराजगी के सुर भी न उभरें। इस विषय के साथ ही पार्टी की रणनीति के संबंध में वह निरंतर रात आठ से एक बजे तक मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष समेत अन्य नेताओं से प्रतिदिन विमर्श कर रहे हैं।प्रदेश महामंत्री भाजपा राजेंद्र भंडारी ने कहा, विधानसभा चुनाव की दृष्टि से चल रहे कार्यों पर नजर रखने के साथ ही पार्टी लगातार समीक्षा कर रही है। चुनाव प्रभारी से लेकर पूरी प्रांतीय टीम और वरिष्ठ कार्यकर्त्ता इसमें जुटे हैं। सभी को जिम्मेदारी दी गई है। पूरे राज्य में भाजपा के पक्ष में वातावरण है और इस बार हम पिछली बार से ज्यादा सीटें जीतेंगे।