अमेरिकी हमले के बाद ईरान के बदला लेने की धमकी से पूरे विश्व में हड़कंप मच गया है। बगदाद में अमेरिकी दूतावास ने अपने नागरिकों से तत्काल इराक छोड़ देने की अपील की। इसके बाद इराकी तेल कंपनियों के अमेरिकी कर्मचारी वापस लौटने लगे हैं। ब्रिटिश विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने भी अपने नागरिकों को इराक से लौटने की सलाह दी है। राब ने कहा, मैं सभी पक्षों से संघर्ष कम करने का आग्रह करता हूं। आगे का संघर्ष हमारे हित में नहीं है। ब्रिटेन ने मध्यपूर्व में अपने सैन्य अड्डों की सुरक्षा भी बढ़ा दी है। इराक में ही ब्रिटेन के करीब 400 सैन्य अधिकारी तैनात हैं। वहीं, इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ग्रीस का दौरा बीच में ही छोड़कर स्वदेश लौट आए हैं। इस्राइल सेना ने बताया कि देश की सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि इन बड़े सैन्य अधिकारियों की मौत इस क्षेत्र के लिए एक बड़ा टर्निंग प्वाइंट है। माना जा रहा है कि ईरान इस हमले का करारा जवाब देगा, जिससे हालात बिगड़ सकते हैं। यही नहीं जवाबी हमलों से अमेरिकी और इस्राइली हितों को नुकसान भी हो सकता है।
अमेरिका को अपनी रक्षा का अधिकार
इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, ईरानी कमांडर को मारकर अमेरिका को अपनी रक्षा करने का अधिकार था। जिस तरह इस्राइल के पास आत्मरक्षा का अधिकार है, ठीक उसी तरह अमेरिका का भी अधिकार है। सुलेमानी अमेरिकी नागरिकों और कई बेगुनाह लोगों की हत्या का उत्तरदायी था। वह और हमले करने की योजना बना रहा था। राष्ट्रपति ट्रंप बलपूर्वक और निर्णायक रूप से इसके हकदार हैं। इस्राइल शांति, सुरक्षा और आत्मरक्षा के संघर्ष में अमेरिका के साथ खड़ा है।
मध्यपूर्व में स्थिति बिगड़ने का खतरा
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि सुलेमानी की हत्या से मध्यपूर्व में स्थिति बिगड़ने का खतरा है। पुतिन ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ टेलीफोन पर बातचीत के दौरान कहा, अमेरिका की यह कार्रवाई इस क्षेत्र की स्थिति को गंभीरता से बढ़ा सकती है।
दुनिया एक और खाड़ी युद्ध बर्दाश्त नहीं कर सकती
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने खाड़ी में तत्काल युद्ध विराम की अपील करते हुए कहा कि दुनिया एक और खाड़ी युद्ध बर्दाश्त नहीं कर सकती। दुनिया को ज्यादा संयम बरतना होगा।
पाक-चीन ने की संयम बरतने की अपील
पाकिस्तान ने सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की। कहा, इस घटनाक्रम से क्षेत्र में शांति और स्थिरता को गंभीर खतरा है। वहीं चीन ने कहा, हम सभी पक्षों और खासतौर पर अमेरिका से संयम बरतने की अपील करते हैं। इराक की संप्रभुता और स्वतंत्रता का सम्मान किया जाना चाहिए।