कल विधायक सुमित हृदयेश ने सुशीला तिवारी अस्पताल की स्वास्थ सेवाओं का औचक निरीक्षण किया। बीच उन्होंने देखा कि अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टर कमी है। कार्डीओलॉजिस्ट, गायनेकोलॉजिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट इत्यादि डॉक्टरों के नही होने से मरीजों को निजी अस्पतालों पर निर्भर होना पड़ता है। जहां ईलाज का खर्चा कई अन्य मुश्किलों को पैदा करता है। इसके अलावा उपकोरणो को चलाने के लिए व अन्य कामों के लिए स्टाफ़ की भी भारी कमी दिखी। इस बीच यह भी पाया गया कि काफ़ी डॉक्टर अल्मोड़ा के सरकारी हॉस्पिटल में स्थानांतरित कर दिए गए है परंतु उनकी जगह किसी की नियुक्ति नहीं हुई है।