स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बनने वाले दून के कलेक्ट्रेट भवन (ग्रीन बिल्डिंग) का नामकरण पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर होगा। बुधवार को दून इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर ‘सदैव दून’ का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यह घोषणा की।आईटीडीए आईटी पार्क सहस्त्रधारा रोड में 234.85 करोड़ रुपये की लागत से इस सेंटर का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी की चौथी सूची में शामिल होने के बावजूद उत्तराखंड 25वें स्थान पर पहुंच गया है। देहरादून देश की पहली पूर्ण रूप से स्मार्ट सिटी बनेगी। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस पर उनका स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री ने कलेक्ट्रेट भवन का नामकरण उनके नाम पर करने की घोषणा की।
इस अवसर पर सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह, मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायक गणेश जोशी, खजान दास, विनोद चमोली, अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश, राधा रतूड़ी, डीजीपी अनिल रतूड़ी, डीजीपी कानून एवं व्यवस्था अशोक कुमार, आयुक्त गढ़वाल डॉ. रविनाथ रमन, निदेशक आईटीडीए अमित सिन्हा, सचिव शैलेश बगोली, स्मार्ट सिटी के सीईओ डा. आशीष श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।
आईसीसीसी से एक साथ शहर की सात सेवाओं और सुविधाओं की मॉनिटरिंग की जाएगी। इससे ट्रैफिक निगरानी, प्रदूषण स्तर नापने, सर्विलांस सिस्टम, वाई-फाई समेत अन्य सुविधाओं की मॉनिटरिंग और एग्जीक्यूशन आसान होगा।
इसके तहत 49 ट्रैफिक सिग्नल, 133 एएनपीआर कैमरा, 58 रेड लाइट वाइलेशन डिटेक्शन, चार स्पीड वायरलेशन डिटेक्शन, 470 सर्विलांस, 24 पब्लिक एड्रेस सिस्टम, 50 वेरियोबिल मैसेज डिस्प्ले, 35 इमरजेंसी कॉल बॉक्स, 300 वाईफाई, 500 स्मार्ट विन्स जैसी सुविधाएं होंगी। अगले वर्ष हरिद्वार में होने वाले कुंभ के दौरान भीड़ प्रबंधन और अन्य गतिविधियों पर निगरानी रखने में भी यह सेंटर मददगार साबित होगा।
पूरे देहरादून शहर को स्मार्ट सिटी में शामिल किया है। स्मार्ट सिटी के सीईओ डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि इसके तहत शहर में 61 किमी सड़कों का निर्माण और 100 इलेक्ट्रिक बसों की खरीद की जाएगी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पूरे शहर को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में शामिल करने की वकालत की थी।