जिले के नेपाल सीमा से लगी दूरस्थ ग्राम सभा मडलक के जाख जिंडी में प्रति वर्ष भैया दूज के दिन माता वैष्णवी मेला धूमधाम से मनाया जाता है। इस मेले में क्षेत्र के 12 गांवों के अलावा नेपाल से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रतिभाग करते हैं। मेले का मुख्य आकर्षण बुंगा गांव से आने वाले देवी रथ और जत्थे होते हैं। प्राचीन मान्यतानुसार भैया दूज (बग्वाली) के दिन माता वैष्णवी अपने भाई यमराज का सिर पूजने के लिए अपने मायके जाती हैं। इस मेले का संबंध भी इसी परंपरा से है। हर वर्ष आयोजित होने वाले इस मेले में बगौटी, मडलक, मजपीपल, व दैवी का मायका कहे जाने वाले बुंगा से आने वाले चार देवी रथ विशेष आकर्षण का केन्द्र होते है। मेले में सर्वप्रथम सेलपैडू गांव से निकले वाले जत्थे द्वारा मडलकदेवी मंदिर की परिक्रमा की जाती है। जो इन देवी रथों के साथ शामिल होता है। उसके बाद सबसे पहले बगौटी गांव से देवी मां का डोला मजपीपल पहुंचता है। जहां मजपीपल व बगौटी के दोनों डोले एक साथ मिलकर मडलक देवी मां के मंदिर की ओर प्रस्थान करते है।
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