



लॉकडाउन के कारण बाहरी राज्यों से लौटे प्रवासियों को स्वरोजगार देने के लिए सरकार ने नई योजना तैयार की है। इसके तहत रिवर्स पलायन करने वाले भूमिधर श्रमिकों को नर्सरी तैयार करने को एक लाख और कृषि प्रदर्शन इकाई स्थापित करने पर 50 हजार रुपये की सब्सिडी दी जाएगी।
कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि कोविड-19 वैश्विक आपदा से निपटने के लिए प्रदेश सरकार ने कृषि, बागवानी के साथ इससे जुड़े क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर तैयार किए हैं। लॉकडाउन के कारण बड़ी संख्या में बाहरी राज्यों से प्रवासियों ने रिवर्स पलायन किया है।
उनके स्वरोजगार के लिए कृषि, बागवानी, जड़ी-बूटी के क्षेत्र में अभिनव पहल की जा रही है। भेषज विकास बोर्ड के माध्यम से रिवर्स पलायन करने वाले भूमिधर श्रमिकों को जड़ी-बूटी कृषि विकास योजना के तहत कृषि प्रदर्शन इकाई स्थापित करने के लिए 50 हजार प्रति यूनिट और नर्सरी विकास योजना के तहत स्थानीय स्तर पर नर्सरी विकास के लिए एक लाख प्रति यूनिट की अनुदान दिया जाएगा। सभी जिलों के भेषज समन्वयक को आदेश जारी किए गए हैं कि उत्तराखंड लौटे भूमिधर श्रमिकों से प्रस्ताव प्राप्त किया जाएं।