



उत्तराखंड के रुड़की में कोरोना वायरस से बचाव के लिए घर-घर सर्वे के लिए लगाई गई स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ ग्रामीणों ने अभद्रता करते हुए मारपीट कर दी। आरोप है कि ग्रामीणों ने स्वास्थ्य कर्मियों के हाथों से रजिस्टर और कागज छीनकर फाड़ दिए।
टीम ने विरोध किया तो ग्रामीण जबरन उन्हें गांव से बाहर निकालने की कोशिश करने लगे। सूचना मिलते ही पुलिस गांव पहुंची। सीएमओ ने भी भगवानपुर पहुंचकर सीएचसी प्रभारी से घटना के बारे में जानकारी ली। कोरोना से बचाव के लिए भगवानपुर क्षेत्र के मक्खनपुर गांव में स्वास्थ्य विभाग की ओर से घर-घर सर्वे कराया जा रहा है। सोमवार सुबह स्वास्थ्य विभाग की टीम में शामिल रामेंद्र कारा, डॉ. अभि चौहान, डॉ. साहू चौहान, निर्दोष कुमार सैनी और भगवती सर्वे करने गांव पहुंचे थे।
टीम एक घर के बाहर जानकारी ले रही थी। अचानक कई ग्रामीण मौके पर पहुंचे और सर्वे कराने से इनकार कर दिया। टीम ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण सर्वे न कराने की जिद पर अड़े रहे। आरोप है कि ग्रामीणों ने स्वास्थ्यकर्मियों के साथ मारपीट कर दी। उनके हाथों से सर्वे का रजिस्टर और अन्य कागज छीनकर फाड़ दिए।
टीम ने विरोध किया तो ग्रामीण और उग्र होने लगे। इस पर सूचना भगवानपुर पुलिस को दी गई। जब तक पुलिस गांव पहुंची, ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम बैरंग लौट गई और मामले की शिकायत सीएमओ डॉ. सरोज नैथानी से की।
इसके बाद सीएमओ भगवानपुर सीएचसी पहुंचीं और स्वास्थ्य कर्मचारियों से जानकारी ली। सीएचसी के डॉ. विक्रांत सिरोही ने बताया कि टीम के साथ मारपीट की गई है। यहां तक की कागज भी फाड़ दिए। इस संबंध में डॉ. अंजू चौहान की ओर से तहरीर दी जा रही है। उधर, एसओ संजीव थपलियाल ने बताया कि तहरीर आने पर मामले में केस दर्ज किया जाएगा।