ऑनलाइन चिकित्सकीय परामर्श लेने वालों की संख्या लॉकडाउन के दौरान बहुत बढ़ गई है। टीयर टू और थ्री के शहरों से ऑनलाइन सेवा पाने वालों की संख्या बहुत ज्यादा बढ़ गई है, क्योंकि लॉकडाउन तथा संक्रमित होने के डर से नियमित मरीज अस्पताल नहीं जा रहे हैं।
मेडिकल टेली कंसल्टेंसी स्टार्ट-अप प्रैक्टो ने बताया कि एक मार्च से उसके मंच पर उपयोगकर्ताओं की संख्या हर सप्ताह 100 प्रतिशत बढ़ती जा रही है। इनमें से 50 फीसदी से अधिक का परामर्शों का संबंध कोविड-19 से होता है। बुखार, खांसी, सर्दी जुकाम, गले में खराश, बदन दर्द सबंधी प्रश्न 200 फीसदी बढ़ गए हैं। इस तरह के सवाल करने वाले ज्यादातर लोग 25 से 50 साल वाले होते हैं। परामर्श लेने वालों में करीब 50 प्रतिशत टीयर टू और थ्री शहरों से हैं। वहीं, कुछ मरीजों की शिकायत है कि संकट की इस घड़ी में डॉक्टरों ने फीस दोगुना कर दी है।
आईएमए अध्यक्ष राजन शर्मा ने टेलीमेडिसीन प्रैक्टिस पर ऐतराज जताया है। उन्होंने कहा कि हमने सरकार के सामने इस संबंध में अपनी बात रखी है। सरकार ने दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं।