



आबकारी विभाग में कोरोना सेस के नाम पर बड़ा खामी सामने आयी है। विभाग ने 70 रुपए के देशी के पव्वे पर तो सेस लगा दिया। मगर बीयर पर सेस नहीं लगाया। इसे लेकर विभाग के ही कुछ अफसरों ने सवाल खड़े कर दिए हैं। उनका मानना है कि इस से सरकार को सीधे 50 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ।
विभाग ने अपना राजस्व बढ़ाने के लिए कोरोना सेस के रूप में देशी, अंग्रेजी और इम्पोर्टेड शराब 20 से 500 रुपए प्रति बोतल महंगी कर दी। सेस की सूची में बीयर भी थी।लेकिन ऐन वक्त पर इसे सेस के दायरे से बाहर कर दिया गया। कैबिनेट में इसका प्रस्ताव नहीं भेजा गया जिस से इस पर सेस नहीं लग पाया।
जबकि बीयर की खपत देशी से ज्यादा है और इस से सरकार को करीब 50 करोड़ का और राजस्व मिल सकता था। विभाग के सूत्रों ने बताया कि कुछ बीयर डिस्ट्रीब्यूटरों को फायदा पहुचाने के लिए ऐसा किया गया। उन्होंने इसकी जांच की भी मांग की है।
बीयर शायद शराब की श्रेणी में नहीं आती। इसी वजह से उस पर कोविड सेस नहीं लगाया होगा। बाकी असल वजह तो सरकार ही बता पाएगी।
उदय सिंह राणा, एडिशनल एक्साइज कमिश्नर एडमिनिस्ट्रेशन,